बुलन्दशहर : जनपद के खुर्जा नगर में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां पर एक तरफ तो कोरोनावायरस जैसी महामारी में लॉक डाउन के अन्तर्गत पुलिस वाले दिन रात अपनी सेवा देकर लोगों को इस महामारी से बचाने की कोशिश कर रहे वहीं दूसरी तरफ लॉक डाउन के बहाने लोगों के साथ मारपीट और बदतमीजी करने पर उतारू हो रहे हैं, अरवाज पुत्र इकबाल निवासी ग्राम मुंडाखेड़ा,थाना खुर्जा नगर, जिला बुलन्दशहर ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए बताया कि वह हलवाई की छोटी सी दुकान करके अपनी और अपने परिवार का जीवन यापन कर रहा है थाना खुर्जा नगर की चौकी बाग सलारदार मुंडाखेड़ा चौराहे पर तैनात सिपाही जिलेदीन चौधरी, गौरव व धीरेंद्र आए दिन अवैध तरीके से लोगों को तंग परेशान करते रहते हैं और क्षेत्र में हिंदू मुस्लिम का पक्षपात पूर्ण कार्य करते हैं जब प्रार्थी अपनी दुकान नियम अनुसार खोलता है तो उक्त सिपाही वर्दी का रौब दिखाकर उसे परेशान करते हैं करीब सुबह 09.30 पर जब में अपनी दुकान का गेट लगाकर सोया हुआ था तो सिपाई जिलेदीन चौधरी, गौरव व एक अज्ञात सिपाही जिस में सामने आने पर पहचान लेगा ने मेरी दुकान का शटर खुलवाया और कहा साले तेरी इतनी हिम्मत कि तू दुकान में सोएगा मेने जब इसका विरोध किया तो उक्त सिपाहियों ने मेरे साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट करनी शुरू कर दी मेने किसी तरह बचकर अपने घर आ गया तो उक्त सिपाही मुझे गंदी गंदी गाली देते व मेरा पीछा करते हुए मेरे घर में घुस आए और फिर से मेरे साथ मारपीट करने लगे जब मेरी बहन हीना और मेरी माता समीना ने मुझे बचाने की कोशिश की और पुलिस द्वारा मुझे पीटने का कारण पूछा तो उक्त सिपाहियों ने मेरी माता और बहन को भी गंदी गंदी गालियां देते हुए उनके साथ भी मारपीट करनी शुरू कर दी और दोनों के साथ गंदी गंदी हरकत करने लगे जिसका मेरी मां और बहन ने विरोध किया तो दोनों सिपाहियों ने मेरी बहन और मां के कपड़े फाड़ दिए जिसके कारण मेरी माता व बहन अर्धनग्न हो गई शोर सुनकर मौहल्लें के काफी लोग इकट्ठा हो गए तब मुझे मेरी बहन और मेरी मां को मेरे पिता इकबाल व पड़ोसी राशिद पुत्र हाजी साबू आदि लोगों ने बचाया और पुलिस वालों ने मुझे धमकी दी कि अगर हमारी कहीं शिकायत की तो तुझे किसी झूठे केस में फंसा कर जेल में डाल देंगे मुझे काफी चोटें आई हैं में चाहता हूं कि मेरे साथ मारपीट करने और मेरी मां और बहन के साथ छेड़छाड़ करने उनके साथ मारपीट करने और धमकी देने के आरोप में उन तीनों सिपाहियों के खिलाफ कठोर से कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए ।
लॉक डाउन के बहाने रक्षा करने वाली पुलिस ही बनी भक्षक