मजदूरों और गरीबों के अपने गांव की तरफ पैदल चलते जत्थों को देखकर बाबा अदम गोंडवी याद आ गए।
"यूं खुद की लाश अपने कांधे पर उठाये हैं,
"ऐ शहर के वाशिंदों ! हम गाँव से आये हैं।
कोरोना के चलते देश भर से जो तस्वीरें आ रही है वह विचलित करने वाली हैं । इस विषम परिस्थिति में सभी देशवासियों से अपील है।
कोरोना से उजड़ गई है मेहनतकशो की दुनिया।
भूख से मर ना जाए, जरा हाथ बढ़ाएं रखना।
आप सब जानते हैं मजदूर की जिंदगी कुछ इस तरह की होती है जब तक पसीना बहता है तो रोजी रोटी चलती रहती है। और आज कोरोना की वजह से उसका सब कुछ उजड़ गया है।
अपने गांव घरों को छोड़कर बाहर रहकर मजदूरी करने वाले गरीबों के लिए सबसे बड़ा सवाल रोजी रोटी का पैदा हो गया है। काम बंद, दिहाड़ी बंद, घर जाने के साधन नहीं तो बेचारे पैदल ही अपने-अपने शहरों के लिए निकल लिए और उनमें से कई लोग दो दो दिन से भूखे हैं।
मध्यमवर्ग किसी तरह एक माह का खर्च उठा लेगा लेकिन वह गरीब नहीं जिनके घर एक दिन का राशन होता है। गरीब बस्तियों में खाने का सामान सरकार अपने स्तर पर बेहतर कोशिश कर रही हैं लेकिन आप देशवासियों को भी आगे आना होगा। सरकार की कोशिशें इस त्रासदी के दौर में आपके बगैर पूरी नहीं हो पाएगी।
दूसरी तरफ किसानों पर भी भयानक विपत्ति टूट पड़ी है। बेमौसम बारिश ने उनकी फसल पर कहर बर्षा दिया है। किसान परेशान हैं। उसकी सारी मेहनत बेकार हो गई है। किसान के उपजाए हुए गेहूं, चावल, दाल, सब्जी पर हम सब निर्भर है और उसी से हम जीवित हैं। अतः किसान की भी जिम्मेदारी हम सबको मिलकर उठानी होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देश से आह्वान किया कि सक्षम लोग कम से कम नौ लोगों का ख्याल रखें। आज विपत्ति की घड़ी है और हम सबको मिलकर ही सामना करना होगा। जिससे जितना संभव हो सके वह अपने स्तर पर किसी को भूखा ना मरने दें।
हमारे डॉक्टर और मेडिकल से संबंधित सभी लोग तो बेहतरीन काम कर ही रहे हैं परंतु पुलिस विभाग से भी कुछ बहुत ही बेहतरीन और मानवीय तस्वीरें देखने को मिल रही है। कहीं पुलिस लोगों को खाना खिला रही है, कहीं गर्भवती को हॉस्पिटल पहुंचा रही है, कहीं भूखों की मदद कर रही है , कहीं लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में मदद कर रही है। जो आज के दौर में अपनी जान को जोखिम में डालकर देशभक्ति का ऐसा जज्बा दिखा रहे हैं उनको दिल से सैल्यूट।
इमरजेंसी सेवा में लगे सभी लोगों को दिल से कोटि कोटि प्रणाम। यही भावना, यही जज्बा, भारत को भारत रखता है।
पूरा देश इस महामारी के खिलाफ एकजुट दिख रहा है। सभी राजनीतिक दल बेहतरीन काम कर रहे हैं परंतु दूसरी तरफ
मनमाने दाम वसूलने वाले और कालाबाजारी करने वालों ने एक बार फिर साबित कर दिया है यह लोग किसी के नहीं है। देश के सबसे बड़े गद्दार यही लोग हैं।
देश के गद्दारों से सिर्फ इतना कहना चाहूंगा।
कुछ दिन महंगा सामान बेचकर क्या बहुत धनवान बन जाओगे ?
सब कुछ एक दिन तुम भी चिकित्सालय में दे आओगे।
इसलिए एक सच्चे भारतीय होने का परिचय दें यह तभी संभव हो सकता है कि जो लोग समस्या में फंसे हुए हैं उनसे अधिक रेट ना वसूले वसूले और उनकी हर संभव मदद करें तभी आप सच्चे भारतीय कहला मदद करें तभी आप सच्चे भारतीय कहला आप सच्चे भारतीय कहला सकते हो, नहीं तो देश के गद्दार कहलाओगे ।