औरैया डबल मर्डर में इंस्पेक्टर और चौकी इंचार्ज की लापरवाही उजागर, एसपी ने दोनों पर लिया एक्‍शन

 औरैया : मंदिर की भूमि के विवाद में पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष एवं अधिवक्ता मंजुल चौबे और उनकी चचेरी बहन की हत्या की घटना में पुलिस की भी लापरवाही उजागर हुई है। घटना के वायरल वीडियो में भी पुलिस असहज नजर आ रही है। इन सभी स्थितियों को संज्ञान में लेकर आला अफसरों ने इंस्पेक्टर और दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया है।बीते रविवार को पंचमुखी हनुमान मंदिर की भूमि विवाद के चलते पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष मंजुल चौबे और उनकी चचेरी बहन सुधा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले में पुलिस ने सपा एमएलसी कमलेश पाठक, उनके दो भाइयों समेत सात लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा है। घटना के समय के एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें ताबड़तोड़ गोलियां चल रहीं थी और मूकदर्शक बनी पुलिस खुद जान बचाने का प्रयास कर रही थी। घटना के समय पुलिस की लापरवाही उजागर होने पर एसपी सुनीति ने संज्ञान में लिया। घटना में सबसे पुलिस की चूक सामने आई है। मारपीट के बाद जब मृतक वकील के भाई संजय व पिता शिवकुमार चौबे घर जाने के बाद पुलिस को सूचना दी थी।सूचना के बाद यूपी 112 के साथ कोतवाल आलोक दुबे व चौकी इंर्चाज नीरज कुमार पहुंचे थे। कोतवाल आलोक दुबे ने एमएलसी कमलेश पाठक से बात करने के बाद पीडि़त परिवार को बुलाया था। पुलिस मौजूद होने के कारण मंजुल का परिवार आ गया था। पुलिस ने मौजूद लोगों के असलहा जब्त नहीं किए और दोनों पक्षों के बीच फायरिंग होने लगी। गोली लगने से वकील मंजुल और उसकी बहन सुधा की मौत हो गई थी। पुलिस की लापरवाही सामने आने पर एसपी ने इंस्पेक्टर आलोक दुबे व दारोगा नीरज को लाइन हाजिर कर दिया है और विभागीय जांच शुरू कराई है। एसपी सुनीति ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।