गाजियाबाद। आज के बच्चे कल देश की सीमा और समाज के प्रहरी बनते हैं। संस्कार, अनुशासन और टीम भावना ही एक अच्छे नागरिक का निर्माण करती है। सिल्वर लाइन प्रेस्टीज स्कूल में 'बैंड ओ मेनिया' प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि सुश्री मीरा पेंटल ने उक्त उद्गार प्रकट करते हुए कहा कि यह प्रतियोगिता भले ही साज बजाने की हो, लेकिन यह हमारे सधने की प्रथम सीढ़ी है। प्रतियोगिता में करीब एक दर्जन स्कूलों की बैंड टीम ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता में पहला स्थान एमिटी इंटरनेशनल स्कूल, वसुंधरा ने हासिल किया। सिल्वर लाइन प्रेस्टीज स्कूल की बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र स्थित शाखा में पुरस्कार वितरण करते हुए विशिष्ट अतिथि अवकाश प्राप्त ब्रिगेडियर तरुण मदान ने कहा कि सेना में बैंड महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। युद्ध काल में बैंड के जरिए ही सैनिकों को युद्ध के लिए प्रेरित किया जाता है। शिक्षाविद संतोष ओबरॉय ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों में देश भावना जागृत करने के लिए इस तरह की प्रतियोगिताएं आवश्यक हैं। सेना और जवानों के प्रति हमारा जज्बा आजादी के सात दशक बाद भी ज्यों का त्यों बना हुआ है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ पर जुटने वाली भीड़ इसका प्रमाण है। निर्णायकों में पूर्व डीआईजी वी. के. शेखर, संगीतज्ञ ऋत्विक दास भी शामिल थे। स्पर्धा में दूसरा स्थान सिल्वर लाइन प्रेस्टीज स्कूल एवं डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल ने संयुक्त रूप से हासिल किया। श्री ठाकुरद्वारा बालिका विद्यालय ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। स्पर्धा में दिल्ली पब्लिक स्कूल, ग्रीन फील्ड पब्लिक स्कूल, रैली इंटरनेशनल स्कूल, वनस्थली पब्लिक स्कूल, के. आर.एम. स्कूल, सी. एस.एच.पी. पब्लिक स्कूल की टीम ने भी हिस्सा लिया। स्कूल चेयरमैन रो. डॉ. सुभाष जैन, डायरेक्टर प्रिंसिपल डॉ. माला कपूर, वाइस प्रिंसिपल डॉ. मंगला वैद ने भी छात्रों को संबोधित किया। इस अवसर पर रो. बबीता जैन, प्रवीण कुमार, आलोक यात्री समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।
ब्रिगेडियर तरुण मदान ने सिल्वर लाइन प्रेस्टीज स्कूल में छात्रों में भरा देशभक्ति का जज्बा